"दीपावली की पूर्व संध्या पर पाठशाला के छात्रो एवं छात्राओ ने दीपों और मोबात्तियों की लड़ीयों के साथ-साथ ही सुंदर रंगोली से संस्था को सजाया । उत्सव का आरंभ संस्था के निदेशक श्री धीरेंद्र प्रताप सिंह एवं समन्वयक श्रीमती इन्दु गुप्ता ने लक्ष्मी-गणेश वंदना, शिक्षिको एवं छात्रों के साथ किया । संस्था की अग्रणी छात्राओ अॅन्जलि यादव, साक्षी चौरसिया, मंजरी, प्रियंका सिंह और पूजा ने सुन्दरं रंगोली बनायी, जिसमे छात्रा अॅन्जलि यादव और साक्षी चौरसिया का योगदान उत्तम रहा । शिक्षक प्रवीन सिंह, शिशिर कुमार, सतीश और प्रीती मैडम ने छात्रो संदीप यादव, शकीब अंसारी, गौरव पटेल के साथ दीपों और मोबात्तियों से पाठशाला को जगमग कर दिया, साथ ही सहयोगी महेश कुमार पाल भी कार्य मे सहयोग प्रदान किया । दीपोत्सव के पश्चात, अंजली यादव और प्रियंका सिंह ने गुब्बारे कि प्रतियोगिता आयोजित की , जिसमे सभी विद्यार्थी विशाल, रंविजय, प्रियांशु, सक्षम, शक्ति, रुचि, सौरभ, आकाश, मयंक, गौरव, शिखा, प्रियंशी, स्नेहलता, साक्षी, अन्मय, पूजा, शकिब, गौरव, संदीप और सभी शिक्षक सम्मलित होकर आंनद लिये, "
"संस्था के निदेशक श्री धीरेंद्र प्रताप सिंह एवं समन्वयक श्रीमती इन्दु गुप्ता ने सभी छात्रो एवं छात्राओ को दीपावली की शुभकामनाए दी, साथ ही सुरक्षित और स्वस्थ रहने के लिए भी प्रेरित किया । इस कोविड-19 की परिस्थिति मे सीमित छात्र-छात्रों और शिक्षिको के साथ दीपावली का उत्सव मनाया गया । श्रीमती इन्दु गुप्ता ने बताया संस्था के द्वारा दिसम्बर माह मे कम्प्युटर साक्षरता सप्ताह मनाया जाएगा जिसमे डीएलडबल्यू, सुंदरपुर, एवं बी.एच.यू. से आने वाले छात्रो को विशेष 1 माह का कम्प्युटर कोर्स न्यूनतम शुल्क मे कराया जाएगा । इच्छुक छात्र-छात्रा संस्था मे संपर्क कर सकते हैं । साथ ही निदेशक श्री धीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया की ओ लेवेल या डीसीए या किसी भी प्रोग्रामिंग कोर्स मे समूह मे एड्मिशन लेने पर विशेष छात्रवृति का भी प्रावधान रखा गया है, पॉलीटेक्नीक के इलेक्ट्रॉनिक्स छात्राओ के लिए arduino तथा IT छात्राओ के लिए website development का नया कोर्स प्रारंभ किया गया है । अंत मे, पाठशाला संस्था के शिक्षकगड़ प्रीती सिंह, मोनिक सिंह, इंदु गुप्ता, शिशिर कुमर, सतिश, महेश, प्रवीन सिंह और धिरेंद्र प्रताप सिंह की निगरानी में छात्रो एवं छात्राओ ने फूलजरी और अनार जलाकर लुफ्त उठाया और आकाशदीप प्रज्वलित कर उत्सव का समापन किया । "